पारदर्शी किसान सेवा योजना में नियुक्त 8000 कम्प्यूटर आपरेटर भुखमरी की कगार पर ,कृषि मंत्री को ज्ञापन भेजा

ब्यूरो चीफ आर के जोशी 

बरेली। कृषि विभाग द्वारा संचालित पारदर्शी किसान सेवा योजना के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 में राजकीय कृषि बीज भण्डार पर नियुक्त किए गए 8000 कम्प्यूटर आपरेटरों की सेवाएं समाप्ति की कगार पर पहुंची। कई महीनों से वेतन नही मिल रहा है। जिसके चलते सभी आपरेटर भूख मरी की कगार पर पहुंच गए हैं।
सभी कम्प्यूटर आपरेटों ने अपनी सेवाओं को बहाल करने को लेकर कृषि मंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिसकी कॉपी सम्बंधित विभाग व अधिकारियों को भी बावजी है।
कम्प्यूटर ऑपरेटरों का कदम है कि हम सभी की नियुक्ति अग्रवाल भार्गव एण्ड एसोसिएट के माध्यम से हुई थी । जिसके अंतर्गत सभी ऑपरेटरों से पीएम किसान सम्मान निधि, समस्त प्रकार के बीजों की डीबीटी, दवाओं की डीबीटी, नमामि गंगे डीबीटी एवं किसान कर्ज माफी का फीडिंग, कोरोना
जैसी महामारी में भी हमारी ड्यूटी लगाई गई थी। जिसका कोई अतिरिक्त भत्ता भी नहीं दिया जाता था।
परन्तु वर्तमान में विभाग द्वारा हम सभी की सेवा समाप्त कर विभागीय कर्मचारियों से कार्य लिए जाने के
लिए कहा गया है। इस कारण हम सभी ऑपरेटरों को अग्रवाल भार्गव एंड एसोसिएट के द्वारा पद से
हटाने के लिए आदेशित कर दिया गया है।

बताते चलें जबकि नियुक्ति के समय 4000/- रू0 मासिक वेतन दिया जाता
था। जिसे 7 वर्षों में बढ़ा कर मात्र 7000/- रू० किया गया था । इतने कम वेतन में परिवार का खर्च उठा
पाना संभव नहीं था । परन्तु रोजगार के कम अवसर के कारण सभी कम्प्यूटर ऑपरेटर अपना खर्च चला
रहे थे।
ज्ञापन में बताया गया है कि विगत 3 महीनों से हम लोग का वेतन भुगतान नहीं किया गया है।, हम सभी 2019 से
लगातार कृषि विभाग में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।
ज्ञापन देने बालों में बरखा भदौरिया, निकिता, दिनेश, सचिन, नरेश गंगवार महिपाल,जयदीप सोमपाल, रामवीर सहित स समस्त कम्प्यूटर ऑपरेटर
(कृषि विभाग उ0प्र0) शामिल रहा।

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