
कर्ज की टेंशन से एक किसान ने लगाई फांसी, एक को पड़ा हार्ट अटैक
ब्यूरो चीफ आर के जोशी
बरेली। सूखे के बाद अब बारिश और तेज हवाओं ने किसान की कमर तोड़ दी। किसान को धान आदि की फसल से कुछ आस थी। लेकिन बेमौसम हुई आफत की बारिश ने किसानों को पूरी तरह तोड़ दिया। जिसका असर अब नजर आने लगा है। लगभग 60-70 फीसदी धान और मिर्च समेत कई फसल बर्बाद हो गईं है।
जिले के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में बारिश और तेज हवाओं के चलते धान के साथ मिर्च की खेती बर्बाद हो गई है। फसल बर्बाद होने के साथ सिर पर लोन ने अब चिंता बढ़ा दी है।
गांव टीहरखेड़ा निवासी किसान चेतराम की बारिश में
पूरी तरह फसल बर्बाद हो गई। उनके बेटे ने बताया केसीसी भुगतान को लेकर बैंक कर्मचारी उन्हें परेशान कर रहे थे। फसल गवाने के बाद उनको लोन की चिंता सताने लगी जिसके चलते उनकी बीती रात मौत हो गई।
वहीं दूसरी घटना में हाईवे से सटे गांव छतिया निवासी 50 वर्षीय मदन पाल ने में फसल बर्बाद होने पर केसीसी भुगतान को लेकर किसान अपने मकान के पीछे पड़ी खपरैल में अंगोछे से फंदा डालकर फांसी लगा ली। फसल बर्बाद होने पर अब किसान पूरी तरह टूट चुका है।