
मंडल मे कई पुलों की स्थिति हो गई है खराब कभी भी हो सकते हैं हादसे
ब्यूरो चीफ आर के जोशी
बरेली।पलिया-लखनऊ नेशनल हाईवे पर ब्रिटिश शासन काल में बनाए गए भैंसी नदी का पुल इतना जर्जर हो गया है कि कई जगह उसकी सड़क गायब हो चुकी है। इसी हाईवे पर सिंधौली में बना खन्नौत पुल भी जर्जर हो चुका है। उधर, सामरिक महत्व के लिपुलेख-भिंड हाइवे पर निगोही-बीसलपुर के बीच कठिना नदी पर बना पुल भी नीचे से दरक रहा है।
जर्जर भैंसी पुल पर ध्यान नहीं दे रहे अधिकारी
पुवायां। पलिया-लखनऊ हाईवे पर लकड़ी के पटलों के ऊपर लोहे की चादरें डालकर आजादी से पहले बनाया गया भैंसी नदी का पुल बेहद जर्जर हालत में हैं। पुल के लकड़ी के कई पटले टूट चुके हैं और वहां से नीचे नदी की सतह दिखने लगी है। एसडीएम हिमांशु उपाध्याय भी एनएचएआई के महाप्रबंधक को पत्र भेजकर पुल की मरम्मत कराने को कह चुके हैं, लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में पुल पर कभी बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि, पुल के पास से निकास बनाया गया है, लेकिन बाइक, कार और ट्रैक्टर पुल से ही निकाले जा रहे हैं।यातायात लायक नहीं रहा सिंधौली का खन्नौत पुल
सिंधौली। खन्नौत नदी पर दशकों पुराना पुल जर्जर हो चुका है और अब हाईवे पर वाहनों के बढ़ते बोझ को संभालने लायक नहीं रहा। बुजुर्ग बताते हैं कि पहले वर्तमान पुल से पूर्व दिशा में पुल बना था जो एक बार आई भयंकर बाढ़ में टूट गया और उसका मलबा अभी नदी में पड़ा है। पुल इतना संकरा है कि दिन में वाहनों के लिए वनवे व्यवस्था लागू करनी पड़ती है। इससे पुल के दोनों ओर अक्सर जाम लग जाता है। कभी-कभी दिन में कई बार जाम लग जाता है। अब कहा जा रहा है कि हाईवे फोरलेन बनने पर एनएचएआई पुल बनवाएगी।
निगोही-बीसलपुर के बीच कठिना पुल बेहद कमजोर
निगोही। लिपुलेख-भिंड हाईवे पर निगोही-बीसलपुर के बीच खनंका गांव की पुलिस चौकी के निकट कठिना नदी पर पांच दशक पूर्व पुल का निर्माण हुआ था। जब पुल बना था, उस वक्त की तुलना में वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। पुल पर जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं और नीचे का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त है। मरम्मत नहीं होने पर यह पुल भी किसी दिन ढह सकता है। इसी हाईवे पर निगोहीके निकट अंग्रेजी हुकूमत के दौरान कैमुआ नाला पर बनाया गया पुल संकरा औरजर्जर हो जाने से हादसे को दावत दे रहा है। इस मार्ग से शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, कानपुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, पीलीभीत, पिथौरागढ़, बरेली, दिल्ली आदि के वाहनों का तांता लगा रहता है। हालांकि, अब कैमुआ का नया पुल निर्माणाधीन है।