
सुबह और शाम जाम ही जाम क्यों नहीं लेते इसे खोलने का नाम
ब्यूरो चीफ आर के जोशी
बरेली। शहर भर में सड़कों खुदाई और पुलों का निर्माण राहगीरों जाम का खास कारण बन हुआ है। जिसके चलते आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं इन सड़कों पर सुबह से लेकर रात तकजाम ही जाम लगा रहता है ।स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है वहीं सरकारी कर्मचारियों के लिए ड्यूटी पर जाने के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। जो स्थिति सुबह की होती वही स्थिति रात तक बनी रहती।
बताते चलें कि शहर की सड़कों पर सीवर लाइन के लिए खुदाई हो रही है।
कहीं सड़क चौड़ी की जा रही है कहीं डिवाइडर पर काम किया जा रहा है।
जैम की सबसे बड़ी समस्या कोतवाली से कोहाड़ापीर तक पुल का निर्माण चल रहा है। शहर के मुख्य बाजार थाना सिविल लाइन पर इस कदर है कि यहां आदमी को पैदल निकलना भी दूभर हो गुण है।इतना ही नहीं कोतवाली के सामने वाली गवर्नमेंट कालेज, इस्लामियां कालेज, इस्लामिया गर्ल्स इंटर कालेज रोड पर दिनभर जाम लगा रहता है। जिसके कारण छात्र छात्राओं का आना जाना दूभर है।इसका मुख्य कारण है सड़कों के किनारे खड़े होने वाली गाड़ियां भी हैं।
इस अस्त व्यस्तता के चलते महकमा नाकाम है
यहां बेतरतीब पार्किंग और बदहाल सिस्टम से जूझ रहे राहगीर, हो रही फजीहत
जाम… जाम और बस जाम।
शुक्रवार को शहर की यही स्थिति रही। जाम की जद में जकड़ा शहर पूरे दिन रेंगता रहा। कहीं बेतरतीबपार्किंग के कारण तो कहीं बदहाल यातायात व्यवस्था के कारण। कदम-कदम पर शहर में वाहनों के पहिए थम जा रहे थे। कोतवाली चौराहा के सामने जाम का ऐसा आलम रहा कि कइयों ने तो रास्ता ही बदल दिया।
व्यवस्था सुधारने में लगे पुलिस-पीआरडी और होमगार्ड के जवान डांटते-फटकारते, लाठियां पटकते रहते है लेकिन राहगीर इससे बेखबर मनमाने ढंग से आगे
बढ़ते रहे। इस दौरान यातायात नियमों की धज्जियां भी खूब उड़ती रहती है।
वैसे तो शहर के लिए जाम कोई नई समस्या नहीं है, मगर शुक्रवार को जाम की स्थिति काफी भयावह रही। जाम का जो क्रम शुरू हुआ, वह पूरे दिन बरकरार रहा। कुतबखाना तिराहे के पास वाहनों की कतार लगनी शुरू हुई, जो देखते-देखते बिहारीपुर चौकी मोड़ तक भीषण जाम रहा।