
आखिरकार, परेशानियों के बीच शुरू हो ही गया कुतुबखाना पुल के पिलर बनाने का काम ,कहीं पानी की पाइप लाइन तो कही बिजली लाइन अड़चन पैदा कर रही हैं
ब्यूरो चीफ आर के जोशी
बरेली। कुतुबखाना पुल निर्माण को लेकर दिक्कतें सामने आ रही हैं। खोदाई में पानी की पाइप लाइन फट रही है, जिससे दुकानों में पानी भर रहा है। बिजली की लाइन शिफ्ट नहीं हुई है और व्यापारियों को भी परेशानी हो रही है। इन सब दिक्कतों के बीच शुक्रवार को पुल के पहले पिलर बनाने का काम शुरू कर दिया गया।
बताते चलें कि काफी जद्दोजहद के बीच 29 सितंबर से कुतुबखाना पुल का निर्माण शुरू हुआ था। 1307 मीटर लंबे पुल पर 105 करोड़ रुपये का खर्च आना है। जब से निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से कई व्यवधान आ चुके हैं। सेतु निगम की निगरानी में हो रहे काम की प्रगति उतनी अच्छी नहीं है, लेकिन अफसर इसे ठीक मान रहे हैं। पुल के निर्माण में पानी की पाइप लाइन समय से शिफ्ट हो जाती तो काम और तेजी से आगे बढ़ सकता था लेकिन पाइप लाइन की वजह से काफी दिनों तक काम रुका रहा। बारिश से भी काम प्रभावित हुआ। काम के लिए पूरा ब्लाक नहीं मिलने से भी निर्माण कार्य प्रभावित हुआ। दिन में काम रोक कर रात में काम करना पड़ा।
निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन जनता को लग रहा है सेतु निगम केवल गड्ढे करवाता जा रहा और मुसीबत पैदा करता जा रहा है। पुल बनता नहीं दिख रहा है, लेकिन अब पहले पिलर को बनाने का काम शुरू हो गया है . माना जा रहा है कि कमिश्नर संयुक्ता समद्दार मौके पर मौजूद रहकर पुल के लिए पिलर बनाने के काम को देखेंगी। उनकी मौजूदगी होने से जिले के बड़े अफसरों की मौजूदगी भी मौके पर रह सकती है।
पिलर कास्टिंग के काम होने से जनता को भी लगेगा कि खोदाई के बाद पिलर बनाने का काम शुरू हो गया है। निर्माण एजेंसी का दावा है कि सात माह में पुल निर्माण पूरा हो जाएगा। हालांकि जिस तरह की रुकावटें और काम बंद हुआ है उससे लग रहा है कि निर्माण कार्य समय से पूरा नहीं हो पाएगा।