
मुख्यमंत्री दवा योजना में वितरित करने वाली दवाइयों के रैपर में नहीं होती दवाई मरीजों ने की शिकायत।
भरतपुर व्यूरो चीफ
यतेन्द्र पाण्डेय्
कामां से रविकांत भट्टाचार्य, की रिपोर्टज
राजस्थानसरकार द्वारा लोगों को निशुल्क में दवा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना चालू कर रखी है जिससे कि लोगों को निशुल्क में राजकीय अस्पतालों में ही दवाइयां उपलब्ध हो लेकिन अगर उन्हीं दवाइयों में लोगों को खाली रैपर मिले और दवाई ना मिले तो उस समय उस मरीज पर क्या बीतेगी ऐसा ही एक नजारा कामां क्षेत्र के एक राजकीय अस्पताल में देखने को मिला जहां मरीज अस्पताल में दिखाने के लिए गया और वहां से चिकित्सकों ने उसे दवाई दे दी और वह दवाई लेकर अपने घर पहुंच गया जिसके बाद उसने दवाई लेने के लिए रेपर को खोला तो दवाई के रेफर में दवाई नहीं मिली वह बिल्कुल खाली मिला जिसके बाद पीड़ित मरीज ने दोबारा से अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक कर्मियों को पूरे मामले से अवगत कराया। पीड़ित मरीज नजीद खान ने बताया कि राजकीय अस्पताल लेवड़ा में दिखाने के लिए गया जहां चिकित्सकों में देखने के बाद दवाई लिखी थी और दवाई काउंटर से उसने सभी दवाई प्राप्त कर ली दवाई प्राप्त करने के बाद दवाइयों को लेकर अपने घर पर आ गया जहां उन दवाइयों को खोला तो उनके अंदर दवाई नहीं मिली और वह बिल्कुल खाली मिले जिसके बाद पीड़ित मरीज मायूस हो गया और दोबारा से राजकीय अस्पताल पहुंच कर पूरे मामले से चिकित्सकों को अवगत कराया।
इनका कहना है… मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के अंतर्गत वितरित की जाने वाली कुछ दवाइयों के रेपर खाली मिलने का प्रकरण सामने आया है इस संदर्भ में जिला औषधि भंडार के अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और जिन दवाइयों में यह शिकायत प्राप्त हुई है उनके कुछ नमूने अधिकारियों को भिजवाए जाएंगे जिससे पूरे प्रकरण का खुलासा हो के।