
कांमा ,राजस्थान -–-खनिज विभाग अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप तहसीलदार को सौंपा कलेक्टर के नाम ज्ञापन
भरतपुर व्यूरो चीफ
यतेन्द्र पाण्डेय्
कांमा/ भरतपुर से
रविकांत भट्टाचार्य की रिपोर्ट
खनिज विभाग अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप तहसीलदार को सौंपा कलेक्टर के नाम ज्ञापन।भरतपुर जिले के मेवात क्षेत्र में किसी बड़ी कार्रवाई किते जाने के उपरांत प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोपों का दौर जारी हो जाता है।ऐसा नहीं कि आरोप निराधार लगते हो। आरोपौ में कुछ न कुछ सत्यता अवश्य दिखाई देती है। शुक्रवार को कामां उपखंड मेवात क्षेत्र के पहाडी के नांगल क्रेसर जोन के धोलेट पहाड़ में खनिज विभाग व पुलिस की संयुक्त कार्यवाही को लेकर खननकर्ताओं ने खनिज विभाग पर वेध लीज में खनिज विभाग के अधिकारियों को सुविधा शुल्क नहीं देने के चलते खनन कर्ताओं पर दबाव बनाने के उद्देश्य कार्रवाई को अंजाम दिया गया है जिसे लेकर खनन कर्ताओं में खनिज विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध खासा आक्रोश है जिसे लेकर खनन कर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर भरतपुर के नाम तहसीलदार रमेश चंद के नाम ज्ञापन पेश कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कराने की मांग की है।
ज्ञापन में लोगों ने आक्रोशित होकर बताया है कि खनिज विभाग के एसएमई प्रताप मीणा व सर्वेयर मनमोहन मीणा ने धोलेट पहाड में जो कार्यवाही की है वो न्यायसंगत नही है,खनिज विभाग द्वारा दिये गए बैध खनन पट्टों में पोकलेन मशीनों को अवैध खनन में दिखाकर कार्यवाही की है,खननकर्ताओं का आरोप है कि एसएमई प्रताप सिंह व सर्वेयर मनमोहन मीणा अवैध वसूली की मांग करते है,अवैध वसूली न देने पर मशीन सीज करने की धमकी दी जाती है जिसको लेकर कार्यवाही को अंजाम दिया है,खनिज विभाग के दोनों अधिकारियों पर आरोप लगाए है कि अंडरलोड़ गाड़ी की खनिज नाको पर टीपी काटी जाती है और ओवरलोड़ गाड़ियों से 1000 रुपये व ओवरलोड़ ट्रैक्टरों से 300 रुपये की अवैध वसूली की जाती है खननकर्ताओ ने जिला कलेक्टर से इस अवैध वसूली की उच्चस्तरिय जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
खनिज विभाग अधिकारी अवैध खनन पर नहीं करते कार्रवाई...
खनन कर्ताओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि पहाड़ी मेवात क्षेत्र के गांधानेर पहाड़ सहित अन्य चारागाह पहाड़ में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी अवैध खनन क्षेत्र में कोई कार्यवाही नहीं करते जिसे लेकर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिस क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है वहां खनिज विभाग के अधिकारियों ने सांठगांठ कर रखी है और सुविधा शुल्क वसूल रहे हैं जिसके चलते अवैध खनन करता राज्य सरकार को जमकर चूना लगाकर अवैध खनन कर रहे हैं जबकि वैध खनन कर्ताओं द्वारा लगातार उच्च अधिकारियों से अवैध खनन पर कार्रवाई कराने की मांग की गई लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी अवैध खनन कर्ताओं से मिलीभगत होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं कर रहे जिसे लेकर लोगों में खासा आक्रोश है। और दिखावे के लिए वैध खनन में नाजायज रूप से खनन कर्ताओं को कार्यवाही कर जानबूझकर सुविधा शुल्क वसूलने के उद्देश्य कार्रवाई को अंजाम देते हैं।
खनन कार्य के अलावा नहीं है क्षेत्र में कोई रोजगार…. कामां मेवात क्षेत्र पिछड़े हुए क्षेत्रों में माना जाता है जहां ज्यादातर लोग बेरोजगार हैं क्योंकि यहां रोजगार के कोई संसाधन नहीं है लोग अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए खनन कार्य करते हैं जिससे हजारों परिवारों का पालन पोषण हो रहा है वही अन्य लोग हैं वह धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती और जहां गरीब तबके के लोग अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं उस पर खनिज विभाग के अधिकारी नाजायज रूप से दबाव बनाते हुए कार्यवाही को अंजाम देते हैं।