
अजमेर को रेलवे की सौगात,डीएफसी ट्रेक पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी डबल डेकर ट्रेनें,प्रधानमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से किया शुभारंभ
राजस्थान संपादक यतेंद्र पांडे
अजमेर ब्यूरो चीफ नरेंद्र आचार्य
किशनगढ़ अजमेर से विमल गौड की रिपोर्ट
किशनगढ़ -–अजमेर जिले के न्यू किशनगढ़ स्टेशन से हरियाणा के काठूवास तक डीएफसी के रेलवे ट्रेक पर
100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डबल डेकर ट्रेनें (मालभाड़ा ट्रेनें) दौडी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से गुरुवार को इलेक्ट्रिक रूट पर डबल स्टैक डेढ़ किलोमीटर लम्बी कंटेनर ट्रेन को हरी झंडी
दिखा कर शुभारंभ किया।इस दौरान वर्चुअल समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल भी जुडे। किशनगढ में हुए लाइव प्रसारण में अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, अजमेर के विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, पुष्कर विधायक सुरेश रावत, ब्यावर विधायक शंकरसिंह रावत, किशनगढ विधायक सुरेश टांक भी शामिल हुए।
न्यू किशनगढ पर चार ट्रेक
न्यू किशनगढ स्टेशन पर चार ट्रेक है, जबकि आगे के रूट पर अप और डाउन केएक-एक ट्रेक है। इस रूट पर यह पहली डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन है। यह ट्रेन करीब डेढ किलोमीटर लम्बी है। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से नॉन स्टॉप दौड़ेगी।
306 किलोमीटर का है ट्रेक
न्यू किशनगढ़ और काठूवास के न्यू अटेली तक करीब 306 किलोमीटर का डीएफसी का ट्रेक है। इसट्रेन पर इलैक्ट्रेकिल इंजन लगाया गया है, ताकि 100 किलोमीटर की रफ्तार से इस डेढ किलोमीटर डबल डेकर ट्रेन को तेजी से खींच सके।
वाया फुलेरा होकर डबल डेकर ट्रेनें
न्यू किशनगढ़ स्टेशन और न्यू अटेली के बीच चलने वाले यह मालगाडिय़ां मदार, फुलेरा, श्रीमाधोपुर और नारनोल होते हुए संचालित हो रही है। आगामी कुछ महिनों में पालनपुर और कांडला तकट्रेक का काम पूरा हो जाएगा और कांडला बंदरगाह तक संचालन हो जाएगा।
यह होगा फायदा
तेज गति के साथ मालगाडी संचालन
डबल डेकर के कारण परिवहन क्षमता में बढोतरी
148 आरओबी व आरयूबी के कारण बाधा रहित आवागमन
कम लागत व शीघ्रता से अधिक माल की डिलीवरी हो सकेगी
औद्योगिक क्षेत्रों को सीधा लाभ, बडे बाजारों तक माल की पहुंच