
भारत विश्व गुरु था और हमेशा रहेगा— आचार्य मदन मोहन आर्य
राजस्थान संपादक एवं ब्यूरो चीफ
यतेन्द्र पाण्डेय् की रिपोर्ट
भुसावर –भारत देश हमेशा विश्व गुरु रहा है और विश्व गुरु रहेगा ।हम महाभारत काल की बात करें धर्माचार्य युधिष्ठिर ने यज्ञ का आयोजन किया उस यज्ञ में विश्व के समस्त राजा आएं और उनकी प्रखर पुद्दी बुद्धि धर्म परायणता एवं अन्य सभी आचार विचारों को मानकर उनका अधिपत्य स्वीकार किया। यह हम नहीं कहते संस्कृत भाषा में लिखी गई महाभारत पुस्तक कहती है ।यह कहना है आर्य वीर दल भारत के उप प्रधान आचार्य मदन मोहन आर्य का। आर्य भुसावर की आर्य कन्या गुरुकुल मैं बतौर अतिथि अपना उद्बोधन दे रहे थे।
विश्व शांति अमन चैन एवं गत मार्च माह से कोविड-19 के दर्द को झेल रहा देश महामारी निजात के लिए आयोजित यज्ञ उपरांत अपना उद्बोधन दे रहे थे। आर्य ने कहा कि वर्तमान में संपूर्ण भारत में लगभग 250 छात्र-छात्राओं की गुरुकुल संचालित है जिनमें अध्ययन कर बालिकाएं विश्व में नाम रोशन कर रही ।भारतीय संस्कृति का मूल भेद है स्वामी दयानंद
सरस्वती द्वारा लिखित पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश एक ऐसा ग्रंथ है जो आर्यों का ब्रह्मास्त्र है ऐसा ब्रह्मास्त्र जिसने अविवेक पाखंड अंधविश्वासों का दमन कर समाज में एक नई क्रांति वैचारिक क्रांति को जन्म दिया। अंधशद्धा,अविवेक, और पाखंड मानव समाज में सहज ही पनपने वाली समस्या है ।इसके लिए प्रत्येक काल प्रत्येक स्थान और प्रत्येक परिस्थिति मैं इन समस्याओं के उन्मूलन की आवश्यकता है।
यज्ञ में यजमान की भूमिका सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी नगर पालिका सभापति शिवरतन गुप्ता और उर्फ वीरू गुप्ता एवं नरदेव गुप्ता व ममता गुप्ता ने निर्वहन की। इस अवसर पर भुसावर आर्य कन्या गुरुकुल के अधिष्ठा हरिश चंद शास्त्री ने कहां की कन्या गुरुकुल को संचालित हुए नोवां साल पूर्ण होने को है। 5 छात्रों से प्रारंभ की गई इस कन्या गुरुकुल से वर्तमान में छात्राएं बाहर अपनी मेहनत और लगन से अच्छा जीवन यापन कर रही हैं ।कन्या गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त अनीता सहित 4 बच्चियां पतंजलि संस्थान में योगाचार्य
कमांडो के साथ उच्च अध्ययनरत हैं। गुरुकुल की प्रियंका ने संपूर्ण देश में भजन उपदेशक के रूप में नाम किया हुआ है ।मध्य प्रदेश गुरुकुल में राधिका गृहस्थ आश्रम में प्रवेश कर अपने पति प्रकाश आर्य के साथ उपदेशका का कार्य कर रही हैं। शास्त्री ने कहा कि धैर्य से अपना गुरु पर छोड़कर शिक्षा अर्जुन में ध्यान लगाकर बालिका अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है ।संस्थान में संचालित अन्य गतिविधियों के बारे में भी बताया। गुरुकुल की बालिकाओं ने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति वर्तमान शिक्षा पद्धति एवं शारीरिक
शिक्षा व्यायाम , आसनों में विशेषकर दीपासन आदि का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर गंगापुर सभापति द्वारा 1 लाख रुपए नगद सहायता प्रदान की। नरदेव गुप्ता द्वारा 50 कंबल गुरुकुल को भेट किये। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद सरस्वती, आर्य समाज प्रधान वैद्य दिनेश चंद्र पांडे, योगेंद्र आर्य, कमला कांत शर्मा, प्रकाश चंद आर्य, गोपाल सिंह सिंगल ओम प्रकाश आर्य मास्टर प्रकाश चंद शर्मा शेर सिंह सैनी आर्य गुरुकुल संचालक बृजेंद्र मित्तल गुरुकुल की कन्याएं सहित अनेक भुसावर आर्य समाज से जुड़े हुए महिला पुरुष उपस्थित रहे।