
प्रतिभावान, कोमल हृदयी व कर्मवीर व्यक्तित्व : अशोकभाऊ जैन
जलगाँव,
आरिफ़ ए शेख
जलगांव का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने वाली तथा खेती-किसानों की समृद्धि में योगदान देने वाली कंपनी जैन इरिगेशन सि. लि. के अध्यक्ष अशोकभाऊ जैन एक उद्यमी के रूप में परिचित है। ‘सार्थक करेंगे इस जीवन को, बेहतर बनाकर इस जगत को’’ यह जैन उद्योग समूह का जीवन-लक्ष्य है। उसी तरह अशोकभाऊ ने सामाजिक प्रतिबद्धता के चलते सामाजिक, शैक्षणिक, क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में बड़ा योगदान दिया है। आज 10 फरवरी 2021को अशोकभाऊ जैन का 58 वां जन्मदिवस! श्री अशोकभाऊ के जन्मदिवस पर यह वन्दनीय प्रस्तुति:-
“जो भी कार्य करना वह उत्तम ही करना है’ अपने पिता श्रद्धेय भवरलालजी जैन की इस वृत्ति को अपनाते हुए अशोक भाऊ ने जैन इरिगेशन सि.लि. के अध्यक्ष के रूप में अपनी कार्यमग्नता को निरंतर रखा है। अभ्यासू, संयमी, शांत एवं प्रसन्न व्यक्तित्व,वृक्तत्व पर प्रभुत्व रखने वाले अशोक भाऊ के उच्च विचार और साधा रहन-सहन यह सभी आज के उभरती युवा पिढी के लिए आदर्श ही है।
अशोकभाऊ का परिचय जैन इरिगेशन सिस्टम्स लि. के अध्यक्ष के रूप में है ही परंतु इसके परे भी उनकी एक अलग पहचान है। सामाजिक, साहित्य, कला शिक्षा, खेल आदि सभी क्षेत्र में उनका नाम लौकिक है। जैन इरिगेशन कंपनी हमेशा सामाजिक प्रतिबद्धता को अग्रस्थान देती है। जैन स्पोर्टस अकादमी के माध्यम से जलगांव जिले के अनेक खिलाड़ियों तथा छात्रों को अशोकभाऊ ने
विश्वस्तर पर कर्तृत्व सिद्ध करने का अवसर प्रदान किया। माननीय अशोकभाऊ स्वयं एक खिलाडी है। नयेपन को अपनाते हुए अशोक भाऊ अपना कार्य करते है। किसी भी काम में तत्परता एवं समयसूचकता यह उनके विशेष गुण है।
अशोक जैन, जैन इरिगेशन सिस्टम्स लिमिटेड के अध्यक्ष और पिछले 4 दशकों से कृषि के लिए काम करने वाले एक प्रसिद्ध उद्यमी हैं। संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय डा.भवरलाल जैन के सबसे बड़े पुत्र हैं। वे एक उत्साही खिलाड़ी हैं और क्रिकेट, बैडमिंटन, हॉकी और फुटबॉल में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह कृषक समुदाय के साथ सभी महत्वपूर्ण संबंधों को बनाए रखने में कंपनी की पहल का नेतृत्व करते है। उसी तरह वे गांधी रिसर्च फाउंडेशन के ट्रस्टी और महावीर को-ऑपरेटिव बैंक के संस्थापक निदेशक हैं। उनके सामाजिक योगदान के लिए उन्हें विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया है।
सामाजिक कार्य में आदरणीय अशोक भाऊ हमेशा अग्रस्थान पर रहते है। कंपनी के सहयोगी हो या अन्य कोई भी व्यक्ति हो अशोक भाऊ हमेशा सहायता देते है। काम में निपुणता पर वे अधिक जोर देते है। हर एक के भीतर छुपे कला-गुणों को ध्यान में लेते हुए वे अवसर देते है। इन सभी जिम्मेदारीयों को निभाते हुए वे यशस्वी उद्यमी का बहुमान लेने के पश्चात यश प्राप्त करने के पीछे कितने कठिन परिश्रम है इसकी अनुभूति अशोकभाऊ के कार्य से उल्लेखित होती है।
कोरोना काल में जलगांव शहर में ‘ स्नेहिल अन्नपूर्णा भेंट ‘ उपक्रम द्वारा अशोक भाऊ ने विविध घटकों के लगभग नौ लाख लोगों को दो वक़्त का खाना उपलब्ध कराया।
अपने उद्योग व्यवसाय की व्यस्तता होने पर भी वे सामाजिक कार्य के लिए समय देते है, यहीं बात अशोक भाऊ के व्यक्तित्व को और भी उज्ज्वल करती है। भवरलाल एण्ड कांताबाई जैन फाउण्डेशन, गाँधी रिसर्च फाउण्डेशन, जैन स्पोर्ट्स अकादमी, अनुभूति इंटरनेशनल स्कूल, कांताई नेत्रालय इन सभी जैन उद्योग समूह की इकाईयों द्वारा हो रहे सामाजिक कार्यो का अगर अवलोकन किया जाएं तो हमारी नजरें जिस क्षेत्र पर जाती है, उस क्षेत्र में जैन उद्योग समूह का बड़ा योगदान दिखाई देता है।
अशोक भाऊ के कार्य द्वारा मिलने वाली उर्जा समाज के प्रति बंधुत्व संजोने वाला संस्कार, कर्मनिष्ठा की अनुभूति, बिनचूक व्यवस्थापन अनुशासन, एकता की सीख सहयोगियों के जीवन के लिए दिशादर्शक एवं प्रेरणादायी है। अशोकभाऊ ने जलगांव शहर में ‘भाऊंचे उद्यान’ एवं ‘महात्मा गांधी उद्यान’ की भेंट दी है।’ अत्यंत कम समय में इन उद्यानों का र्निर्माण कार्य पूर्ण किया गया।
जलगांव शहर को सुन्दर बनाने से लेकर अल्पभुधारक किसानों के बांधों तक अत्याधुनिक यंत्र सामग्री पहुंचाने से लेकर मजदूर, गरीबों को भरपेट खाना खिलाने तक, क्रीड़ा,साहित्य, संगीत, अदाकारी, चित्रकारी, संशोधन से लेकर अपने बारह हजार से भी अधिक सहयोगियों को लेकर सफलता पूर्वक उद्योग चलाने तक जैन उद्योग समूह सफलता के पायदानों पर नहीं बल्कि शिखर पर नजर आता है।